कहीं प्राईवेट स्कूल आपको धोखा तो नही दे रहे, private school not cheat with you
Tuesday, 28 November 2017
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हमारे देश में शिक्षा की गुणबत्ता को अंग्रेजी के प्रयोग के आधार पर मापा जाता है। यही कारण है कि हमारे देश में इंग्लिश मीडियम स्कूल की ज्यादा माँग है, तथा समय के साथ उनकी संख्या में लगातार बढ़ रही है। इसका कारण यह भी हो सकता हमारा शिक्षा बजत पिछले वर्ष की तुलना में 9.9 है, परंतु यह फिर भी लोगो की अपेक्षाओं के अनुरूप नही है, तो फिर लोगो को प्राइवेट स्कूल पर निर्भर भी रहना पड़ता है। कुछ स्कूलों ने इस बात का फायदा उठाने लगे है,तथा शिक्षा को व्यापार बना कर रख दिया है।प्राइवेट स्कूालो द्वारा ली जाने वाली फीस: 1.रजिस्ट्रेसन फीस जो एडमिशन के समय ली जाती हैं। 2.एनरोलमेंट फीस एक बार ली जाती है जो वापस नही की जाती हैं। 3.कॉशन मनी जो एक बार वापस की जा सकती हैं। 4.इयरली फीसजो हर साल ली जाती हैं। 5. स्कूल बस फीस 6.करिकुलर एक्टिविटी फीस Cbse की और से जारी निर्देश में कहा गया है कि स्कूल को व्यापार का केंद्र नही बनाने दिया जाए।अतः बुक्स, स्टेशनरी तथा यूनिफॉर्म स्कूल में नही बेचे जाए।फिर भी कुछ स्कूल किसी खास दुकान पर ही अपनी स्कूल ड्रेस एवं बुक्स उपलब्ध कराते है तथा इसके बदले में वह कमिसन लेते है।