खुशखबरी, अब स्कूलों का सिलेबस कम किया जाएगा, क्या ये सही फैसला है, now syllabus of indian school will be decrease soon
अब स्कूलों के पाठ्यक्रम को कम करने पर विचार किया जा रहा है। इसके कई कारण है, सबसे बड़ा कारण ये है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना और दूसरा ये की बच्चों को अन्य दूसरी गतिविधियों के लिए भी समय मिल सके। अगर बच्चे सिर्फ किताबी विद्यार्थी ही बने रहेंगे तो वह अपना बाहरी जीवन भूल जाएंगे, अपने आपको कैसें फिट रख पाएगें। खेल कूद में कैसे आगे बढ़कर हिस्सा लिया जाए, ये सब चीजें सबका मौलिक अधिकार होता है और हमे इन्हें छीनने का प्रयास नही करना चाहिए।
इसके बारे में मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जाबड़ेकर ने NCERT को निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि अभी यह फैसला तुरंत नही लिया जा रहा है उसके बारे में सभी पक्षों से राय ली जाएगी, चाहे शिक्षाविद हो या NGO, स्कूलों आदि सभी से राय ली जाएगी। सब कुछ सही रहा तो 2019-20 के कक्षा 1 से लेकर 12 तक के विद्यार्थियों का सिलेबस कम कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूल का सिलेबस बीकॉम और बीए से भी अधिक है और गुणवत्ता में काफी सुधार किया जाना बाकी है। 2017 के लिए हाल ही में जारी की गई शिक्षा की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश भर के 24 राज्यों के ग्रामीण स्कूलों में 14 से 18 साल के बीच होने वाले 40% छात्रों ने घड़ी से समय नहीं बता पाए और 57% बुनियादी गणित नहीं कर सके।